April 23, 2025

वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की स्मृति में राजकीय क्रांति दिवस मेला: मुख्यमंत्री धामी ने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को किया याद

वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की स्मृति में राजकीय क्रांति दिवस मेला: मुख्यमंत्री धामी ने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को किया याद

स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के परिवारों के प्रति उत्तराखंड सरकार समर्पित: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री धामी ने युवाओं को देशभक्ति और साहस के मार्ग पर चलने के लिए किया प्रेरित

पौड़ी। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पेशावर कांड की वर्षगांठ पर विकासखण्ड थलीसैंण के पीठसैंण में आयोजित राजकीय क्रांति दिवस मेले में प्रतिभाग किया। इस मौके पर उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को याद करते हुए कहा कि आजादी के वीर सिपाहियों के त्याग और बलिदान के कारण आज हम खुली सांस ले पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए प्रदेश सरकार स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और देश की रक्षा में बलिदान देने वाले वीर जवानों के परिजनों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है।

बुधवार को पीठसैंण स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्मारक स्थल पर आयोजित राजकीय क्रांति दिवस मेले का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीप प्रज्ज्वलित किया। इससे पूर्व उन्होंने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा पर पुष्प भी अर्पित किये। इस अवसर पर दो मिनट का मौन रखकर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए कायराना आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार इस नृशंस कृत्य का बदला अवश्य लेगी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएगी।

मुख्यमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली न केवल उत्तराखंड के, बल्कि समूचे देश के गौरव हैं। पेशावर में निहत्थे लोगों पर गोली चलाने से इन्कार कर उन्होंने मानवता और नैतिकता का जो उदाहरण पेश किया, वह इतिहास में अमर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वीर गढ़वाली की स्मृति को अक्षुण्ण रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और युवाओं को उनके आदर्शों से प्रेरित करने के लिए उनके जीवन पर आधारित कार्यक्रम चला रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की इस स्वर्णिम यात्रा में उत्तराखंड का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उत्तराखंड देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है, हमें अपनी सैनिक परंपरा और देशभक्ति की विरासत पर गर्व हैं। सैनिक परंपरा वाले वीरभूमि उत्तराखंड में पीढ़ियों से करीब हर परिवार से वीर सैनिक देश की रक्षा में अपना योगदान दे रहे हैं। राज्य सरकार स्वतंत्रता सेनानियों और देश के सरहद पर तैनात वीर जवानों के परिवारों के कल्याण के प्रतिबद्ध है और इसके प्रतीक के रूप में शहीद सैनिकों के सम्मान में देहरादून में शौर्य स्थल का निर्माण किया गया है। राज्य द्वारा शहीद सैनिकों को मिलने वाली अनुग्रह सहयोग राशि 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की गयी है।

शहीद सैनिकों के परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी दी जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और उनकी विधवाओं की पेंशन 21 हजार से बढ़ाकर 25 हजार कर दी गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिकता कानून को लागू किया है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के भीतर जमीन के दुरुपयोग को रोकने के लिए जनभावना के अनुरूप विधानसभा सत्र में सख़्त भू- कानून लाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि नकल विरोधी कानून लागू होने के बाद राज्य के भीतर कार्यकारी नौकरियों में 22 हजार से अधिक पारदर्शी नियुक्तियां की गईं है। उन्होंने नकल विरोधी कानून को लागू करने के सरकार के निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इससे मेहनती और प्रतिभाशाली छात्रों को उनका हक मिल रहा है।

इसके अलावा उन्होंने उत्तराखंड के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने वाले देश के पहले राज्य बनने पर खुशी जताई। चारधाम यात्रा व्यवस्था पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों ने देश-दुनिया के श्रद्धालुओं को उत्तराखण्ड में आने के लिए आकर्षित किया है, जिससे राज्य की ओर उनका भरोसा बढ़ा है और प्रदेश सरकार भी तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए संकल्पबद्ध हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि शीतकालीन यात्रा में आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र पूरे देश से अपील की है कि मांगलिक कार्यों के लिए देवभूमि में आएं।

उच्च शिक्षा मंत्री/क्षेत्रीय विधायक डॉ० धन सिंह रावत ने कहा कि पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली देश की चेतना, नैतिकता और मानवीय मूल्यों के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि इस महानायक ने मानवता की रक्षा के लिए अपने कैरियर और जीवन को दांव पर लगा दिया। उन्होंने युवाओं को वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली के जीवन से प्रेरणा लेकर देशभक्ति, ईमानदारी और साहस के मार्ग पर चलने की अपील की। साथ ही घोषणा की कि विद्यालयी पाठ्यक्रम में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की जीवनी शामिल की जाएगी। मंत्री ने कहा कि थलीसैंण में एक भव्य ऑडिटोरियम और बूंगीधार में एक खेल का मैदान बनाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पीठसैंण में 100 गरीब व अनाथ बच्चों के लिए हॉस्टल बनकर तैयार हो गया है।

इस दौरान मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री ने थलीसैंण क्षेत्र में 10वीं व 12वीं के प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। वहीं विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले महिला स्वयं सहायता समूहों, उद्यमियों व पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया। राजकीय क्रांति दिवस मेले में विभिन्न विभागों ने स्टॉल लगाकर उपस्थित लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।

इस अवसर पर दर्जाधारी राज्य मंत्री महेश्वर सिंह माहरा, राज्य सिंचाई सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष ऋषि कंडवाल, जिला पंचायत प्रशासक शांति देवी, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र शेठ, मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पारुल गोयल, उपजिलाधिकारी श्रेष्ठ गुनसोला, जिलाध्यक्ष भाजपा कमल किशोर रावत, वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली विकास समिति पीठसैंण जय सिंह रावत, वीरमणि पोखरियाल सहित भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी।

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