विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा कार्यकर्ताओं की बैठक में जनमानस से जुड़े तमाम मुद्दों पर चर्चा करते हुए मोर्चा द्वारा तय किया गया कि सबसे पहले बिजली के दामों में हो रही बेहताशा वृद्धि को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलाया जाएगा। बैठक में जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि ऊर्जा प्रदेश में सरकार द्वारा प्रदेश की जनता को फिक्स्ड चार्जेस, यूनिटों पर बनाए गए स्लैब व अन्य टैक्सों के के चलते लूटने का काम किया जा रहा है।
बड़े दुर्भाग्य की बात है कि अधिकांश क्षेत्रों में 25 फीसदी से लेकर 40 फीसदी तक लाइन लॉस यानी बिजली चोरी व अन्य खामियों के चलते लॉस हो रहा है, जिसका दंश प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है द्यउक्त लाइन लॉस के चलते सरकार को प्रतिवर्ष लगभग 800-1000 करोड रुपए की बिजली महंगी दम पर बाहर से खरीदनी पड़ रही है, लेकिन सरकार लाइन लॉस कम करने में नाकाम साबित हो रही है। नेगी ने कहा कि सरकार की लापरवाही की वजह से एक मध्यम वर्गीय परिवार को लगभग ₹5 प्रति मिनट की दर से भुगतान करना पड़ रहा है। नेगी ने कहा कि मोर्चा अनवरत विद्युत खामियों एवं दामों में कटौती को लेकर आंदोलित है, लेकिन सरकार के कानों में जनता की आवाज नहीं सुनाई दे रही। मोर्चा आचार संहिता खत्म होते ही उपभोक्ताओं को सस्ते दामों में बिजली मुहैया कराने को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलाएगा। बैठक में- आकाश पंवार, दिलबाग सिंह, विजयराम शर्मा, विनयकांत नौटियाल, मोहम्मद असद, प्रवीण शर्मा पिन्नी, मालती देवी, विक्रम सिंह पाल, इदरीश, अमित,वीरेंद्र सिंह, जयकृत नेगी, नरेंद्र तोमर, गोविंद सिंह नेगी, दिनेश राणा आदि मौजूद थे।
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